तर्ज, धीरे-धीरे बोल कोई सुन ना ले
मेरे घर आजा भोले भंडारी, कुछ ना चाहिए त्रिपुरारी।
दूध भरा एक लोटा हो नोट भरी अलमारी हो। इतना ही चाहिए भंडारी कुछ ना चाहिए त्रिपुरारी।मेरे घर आजा भोले भंडारी, कुछ ना चाहिए त्रिपुरारी।
बढ़िया सी एक कोठी हो कोठी के आगे गाड़ी हो।इतना ही चाहिए भंडारी कुछ ना चाहिए त्रिपुरारी।मेरे घर आजा भोले भंडारी, कुछ ना चाहिए त्रिपुरारी।
सास ससुर का जोड़ा हो कोठी की हो जाए रखवाली। इतना ही चाहिए भंडारी कुछ ना चाहिए त्रिपुरारी।मेरे घर आजा भोले भंडारी, कुछ ना चाहिए त्रिपुरारी।
राम के जैसा बेटा हो सीता जैसी बहूअड़ हो।इतना ही चाहिए भंडारी कुछ ना चाहिए त्रिपुरारी।मेरे घर आजा भोले भंडारी, कुछ ना चाहिए त्रिपुरारी।
कृष्ण जैसा पोता हो आंगन में गूंजे किलकारी।इतना ही चाहिए भंडारी कुछ ना चाहिए त्रिपुरारी।मेरे घर आजा भोले भंडारी, कुछ ना चाहिए त्रिपुरारी।
मेरे घर आजा भोले भंडारी, कुछ ना चाहिए त्रिपुरारी।मेरे घर आजा भोले भंडारी, कुछ ना चाहिए त्रिपुरारी।