माँ बाप से बढ़कर जग में कोई दूजा नहीं खजाना, जिसने तुझे जन्म दिया ह दिल उसका नहीं दुखाना..॥
पहले तो माँ ने तुझको नो महीने पेट में ढोया, सीने का खून पिलाया जब जब बन्दे तू रोया बड़ा कर्ज है तुझ पर माँ का तेरा धर्म है कर्ज चुकाना।जिसने तुझे जन्म दिया हे दिल उसका नहीं दुखाना..॥
दिन रात तुझे तेरी माँ ने बाहों में तुझे झुलाया, गीले में माँ खुद सोई सूखे में तुझे सुलाया, तू कोई भी उन्हें दुःख देकर ना माँ को कभी रुलाना। जिसने तुझे जन्म दिया है दिल उसका नहीं दुखाना.।
माँ बाप कि शरण से बढ़कर कोई स्वर्ग नहीं हे दूजा,सब छोड़ कर तीर्थ बन्दे कर ले माँ बाप कि पूजा। इस जन्म मरण से तुझ को हर पल हे मुक्ति पाना।जिसने तुझे जन्म दिया है दिल उसका नहीं दुखाना..॥
माँ बाप से बढ़कर जग में कोई दूजा नहीं खजाना, जिसने तुझे जन्म दिया ह दिल उसका नहीं दुखाना..॥