चाल पिया जी मेहंदीपुर में बाबा की याद सतावे। भगतनी ओ बालाजी म्हारे बिगड़े काम बनावे।
घने दिना की मन में आई हम बालाजी जावैंगै। बाल रूप का दर्शन करके मन इच्छा फल पावेंगे। रोग दोष सब कट जाएंगे जब बाबा गधा घुमावे।भगतनी ओ बालाजी म्हारे बिगड़े काम बनावे।भगतनी ओ बालाजी म्हारे बिगड़े काम बनावे।
संकट हारी राम पुजारी कोई और नहीं बलशाली। तीन पहाड़ पर बैठी बैठी वाह रोग हरे मां काली। जिसने जाकर अर्जी लाली, वह नहीं लौटावे खाली।भगतनी ओ बालाजी म्हारे बिगड़े काम बनावे।भगतनी ओ बालाजी म्हारे बिगड़े काम बनावे।
अंजनी लाला बजरंग बाला म्हारे घर में करे चांदना। भक्तों के दाता बाबा आवे, बा झूमें म्हारे अंगना।और क्याई की कोन्या जाना,बस बाबा साथ निभावे।भगतनी ओ बालाजी म्हारे बिगड़े काम बनावे।भगतनी ओ बालाजी म्हारे बिगड़े काम बनावे।
चाल पिया जी मेहंदीपुर में बाबा की याद सतावे। भगतनी ओ बालाजी म्हारे बिगड़े काम बनावे।