सच्चे सावरियों के रंग में रंगा लो चुन्दड़ी। हे रंगा लो चुन्दड़ी, हे रंगा लो चुन्दड़ी। सच्चे सावरियाँ
पहले पल्ले पे गणेश जिनके पिता है महेश। जिनकी पूजा बने हमेश रंगा लो चुन्दड़ी। सच्चे सावरियाँ।सच्चे सावरियों के रंग में रंगा लो चुन्दड़ी। हे रंगा लो चुन्दड़ी, हे रंगा लो चुन्दड़ी। सच्चे सावरियाँ।
दुजा पल्ला पे देबी माई जिनकी दुनिया करे कढ़ाई।वा तो कर दे मन कि चाही हे रंगा लो चुन्दड़ी।सच्चे सावरियाँ ।सच्चे सावरियों के रंग में रंगा लो चुन्दड़ी। हे रंगा लो चुन्दड़ी, हे रंगा लो चुन्दड़ी। सच्चे सावरियाँ
तीजे पल्ले पे हनुमान वो तो भगतो पे कुर्बान, वो तो कर दे मालामाल रंगा लो चुन्दड़ी। सच्चे सावरियाँ।सच्चे सावरियों के रंग में रंगा लो चुन्दड़ी। हे रंगा लो चुन्दड़ी, हे रंगा लो चुन्दड़ी। सच्चे सावरियाँ
चौथे पल्ले पे भोलेनाथ म्हारे सिर पे धर दे हाथ।
वो तो गंगा मे नुहावे हे रंगा लो चुन्दड़ी।
सच्चे सावरियाँ ।सच्चे सावरियों के रंग में रंगा लो चुन्दड़ी। हे रंगा लो चुन्दड़ी, हे रंगा लो चुन्दड़ी। सच्चे सावरियाँ।
बीच बिचाले बाबो श्याम उसने दुनिया करे सलाम,वो तो हारा ने जीतावे हे रंगा लो चुन्दड़ी।
सच्चे सावरियाँ।सच्चे सावरियों के रंग में रंगा लो चुन्दड़ी। हे रंगा लो चुन्दड़ी, हे रंगा लो चुन्दड़ी। सच्चे सावरियाँ