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निर्गुण भजन nirgun Bhajan

Hiye Kaya me bartan mati ro,हिये काया में बर्तन माटी रो,nirgun Bhajan

हिये काया में बर्तन माटी रो

हिये काया में बर्तन माटी रो
हिये देहि म बर्तन माटी रो
फूटे जद नही कर रणको
हो फूटे जद नही कर रणको
साहेब हमको डर लागो ऐक दिन रो
हिये काया में बर्तन माटी रो।


हिये काया में माला मोतीं की
माला मोतीं की, माला मोतीं की।
हिये काया में माला मोतीं की
टूटी जस दोरो रूड़ो तन को
अरे साहेब हमको डर लागो ऐक दिन रो
ऐक ही रे दिन रो, घड़ी पलक रो,हिये काया में बर्तन माटी रो।


कहते कबीरा सुनो मेरे साधो
पहला है नाम अलख रा
अरे साहेब हमको डर लागो ऐक दिन को
हिये काया में बर्तन माटी रो।

हिये काया में बर्तन माटी रो
हिये देहि म बर्तन माटी रो
फूटे जद नही कर रणको
हो फूटे जद नही कर रणको
साहेब हमको डर लागो ऐक दिन रो
हिये काया में बर्तन माटी रो।

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