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श्याम भजन लिरिक्स

Arji karte karte me to haar gaya,अर्जी करते करते मैं तो हार गया,shyam bhajan

अर्जी करते करते,
मैं तो हार गया,

अर्जी करते करते,
मैं तो हार गया,
क्यों ना ली है खबर,
क्यों ना ली है खबर,
मेरी दातार ने,
अरजी करते करते,
मैं तो हार गया।।




लाखों की बिगड़ी बनी,
तेरे द्वार में,
नज़रे मुझ से फेर ली,
आखिर क्यों आपने,
क्या कमी है दिखी,
क्या कमी है दिखी,
तुझे मेरे प्यार में,
अरजी करते करते,
मैं तो हार गया।।




आता रहा हूँ द्वार पे,
आता रहूँगा,
तेरे सिवा ओ सांवरे,
किससे कहूंगा,
है ना दाता कोई,
है ना दाता कोई,
तुझसा संसार में,
अरजी करते करते,
मैं तो हार गया।।

हारे का है एक सहारा,
जग बोले बाबा श्याम,
इसीलिए तो घर से चलकर,
आया खाटू धाम,
करदे अब तू मेहर,
करदे अब तू मेहर,
मेरे परिवार पे,
अरजी करते करते,
मैं तो हार गया।।

जय जयकार करूँगा तेरी,
मेरे बाबा श्याम,
फागुन में परिवार लेके,
आऊंगा खाटू धाम,
लाखों देखे करिश्मे,
लाखों देखे करिश्मे,
तेरे दरबार में,
अरजी करते करते,
मैं तो हार गया।।

अर्जी करते करते,
मैं तो हार गया,
क्यों ना ली है खबर,
क्यों ना ली है खबर,
मेरी दातार ने,
अरजी करते करते,
मैं तो हार गया।।

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