कैसी उल्टी गंगा बहाई कन्हैया तेरी दुनिया में।दुनिया में तेरी दुनिया में।कैसी उल्टी गंगा बहाई कन्हैया तेरी दुनिया में।
मात-पिता घर भूखे प्यासे। बेटा बहू कहीं देखे तमाशे। अब शर्म बेचकर खाई कन्हैया तेरी दुनिया में। कैसी उल्टी गंगा बहाई कन्हैया तेरी दुनिया में।
धर्म का पौधा लगा मुरझाने। सत्य लगा है मुंह को छिपाने। यहां हवा झूठ की आई कन्हैया तेरी दुनिया में। कैसी उल्टी गंगा बहाई कन्हैया तेरी दुनिया में।
गौ माता को घर से निकाला। हुआ कुत्तों से प्रेम निराला। जलवायु बेचे अन्यायि कन्हैया तेरी दुनिया में। कैसी उल्टी गंगा बहाई कन्हैया तेरी दुनिया में।
कमल सिंह मतलब के नाते, अपने ही अपनों को गिराते।। अब बेटी की खाते कमाई कन्हैया तेरी दुनिया में। कैसी उल्टी गंगा बहाई कन्हैया तेरी दुनिया में।
कैसी उल्टी गंगा बहाई कन्हैया तेरी दुनिया में।दुनिया में तेरी दुनिया में।कैसी उल्टी गंगा बहाई कन्हैया तेरी दुनिया में।