हरे कृष्णा का जप कर ले तूं जीवन भर सुख पायेगा। राधे राधे बोल तू प्यारे जन्नत में खो जाएगा। वरना इस जहां से प्यारे तू क्या मुंह लेकर जाएगा।
चरणों में इनके शीश झुका कर दिल में बसा लो हर भक्ति। फिर ना ऐसा मौका मिलेगा दुखों से पालो मुक्ति। कान्हा का तू ध्यान कर ले मुक्ति से तर जाएगा।।वरना इस जहां से प्यारे तू क्या मुंह लेकर जाएगा।
हरे कृष्णा का जप कर ले तूं जीवन भर सुख पायेगा। राधे राधे बोल तू प्यारे जन्नत में खो जाएगा। वरना इस जहां से प्यारे तू क्या मुंह लेकर जाएगा।
अपनी सुखों को औरों में बांटो इससे बड़ा कोई धर्म नहीं। निर्धन की जो सेवा करता इससे बड़ा कोई कर्म नहीं। प्रेम की पहचान कर पत्थर भी मॉम बन जाएगा।
होकर मगन तू खुद को बचा ले अर्पण कर सारी उमरिया, बदले में तुझे फूल मिलेंगे देख ले चाहे इसका नजरिया। राजा तो हेरदास बना सारी उम्र दुख पाएगा।वरना इस जहां से प्यारे तू क्या मुंह लेकर जाएगा।
हरे कृष्णा का जप कर ले तूं जीवन भर सुख पायेगा। राधे राधे बोल तू प्यारे जन्नत में खो जाएगा। वरना इस जहां से प्यारे तू क्या मुंह लेकर जाएगा।