तर्ज,महावीर तुम्हारे द्वारे पर
कलयुग के कथा कीर्तन में कोई राम कहे कोई श्याम कहे।
कोई बात करें कोई भजन करें, कोई सोवे झपकी ले ले के।कलयुग के कथा कीर्तन में कोई राम कहे कोई श्याम कहे।
कोई कहता है यह समय कटे। जल्दी से अब प्रसाद मिले। प्रसाद की कर कर बेईमानी दोने ले जाते अनगिनते।कलयुग के कथा कीर्तन में कोई राम कहे कोई श्याम कहे।
कोई देखे चप्पल नई नई। जोड़ी ले जाते कई कई। चप्पल वाली चप्पल ढूंढे। और चोर हसे दे दे ताली।कलयुग के कथा कीर्तन में कोई राम कहे कोई श्याम कहे।
कोई दूर से पैसे फेंकता है। कोई दूर से माथा टेक ता है। देने की तो श्रद्धा है ही नहीं। भगवान से कहते दे दे हमें। कलयुग के कथा कीर्तन में कोई राम कहे कोई श्याम कहे।