तर्ज:- हर ग्यारस की ग्यारस
सच्चा भरोसा तेरी,बिगड़ी बात बदलेगा, आ श्याम शरण में बाबा, हर हालात बदलेगा…
बस इतना रख विश्वास कि बाबा, मेरे साथ है, पे खाटू वाले का हर पल, मेरे सिर पे हाथ है, कैसी भी कठिन घड़ी हो, रातो रात बदलेगा, आ श्याम शरण में बाबा, हर हालात बदलेगा…
कोई कितना भी बहकाय, दरबार ना छोड़ो, जोड़ लिया है रिश्ता, मेरे यार न तोड़ो, बस देखते रहना सब कुछ, अकस्मात बदलेगा, आ श्याम शरण में बाबा, हर हालात बदलेगा…
ये हाथ पकड़कर तेरा, तेरे साथ चलेगा, मेरा खाटू वाला ले हाथों में हाथ चलेगा, गर भावना सच्ची होगी, जज्बात बदलेगा, आ श्याम शरण में बाबा, हर हालात बदलेगा….
चाहे जमाना बैरी हो, दुश्मन हजार हो, तेरे सामने खड़ा ये, बैरी संसार हो, “रोमी” तेरे हर दुश्मन के, खयालात बदलेगा, आ श्याम शरण में बाबा, हर हालात बदलेगा…