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विविध भजन

Kanha kholo mandir ke kiwad me Geeta padhne aayi,कान्हा खोलो मंदिर के किवाड़ मैं गीता पढ़ने आई।

कान्हा खोलो मंदिर के किवाड़ मैं गीता पढ़ने आई।

कान्हा खोलो मंदिर के किवाड़ मैं गीता पढ़ने आई।मैं गीता पढ़ने आई।मैं गीता पढ़ने आई।कान्हा खोलो मंदिर के किवाड़ मैं गीता पढ़ने आई।

सासु जी को साथ में लाई। संग में ससुर जी को भि लाई। इनका करना बेड़ा पार, मैं गीता पढ़ने आई।कान्हा खोलो मंदिर के किवाड़ मैं गीता पढ़ने आई।

जेठा जी को साथ में लाई।संग में जेठानी को लाई।इनको देना आशीर्वाद,मैं गीता पढ़ने आई।कान्हा खोलो मंदिर के किवाड़ मैं गीता पढ़ने आई।

देवर जी को साथ में लाई।संग में देवरानी को लाई। इनके गोदी में दो नंदलाल, मैं गीता पढ़ने आई।कान्हा खोलो मंदिर के किवाड़ मैं गीता पढ़ने आई।

अपनी ननद जी को साथ में लाई।संग में नंदोई को लाई। इनके गोदी में दो नंदलाल, मैं गीता पढ़ने आई।कान्हा खोलो मंदिर के किवाड़ मैं गीता पढ़ने आई।

मैं आई सखियों को लाइ। सबको दर्शन दे एक बार, मैं गीता पढ़ने आई।कान्हा खोलो मंदिर के किवाड़ मैं गीता पढ़ने आई।

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