तर्ज ऊबो थारी हाजरी बजाऊं कान्हा
टाबरा री आंगली पकड़ सांवरे, बाथि घाल प्यार से जकड सांवरे।
टाबरा री फ़ौज आई दूर दूर से, देखे काई टाबरा ने घूर घूर के, देखे काई टाबरा ने घूर घूर के, छोड़ छाड़ आया मैं अकड़ सांवरे, बाथि घाल प्यार से जकड सांवरे ।
थारो सो दयालु बाबो दिखे कोणी और, पलका उघाड़ देखो टाबरा री ओर, पलका उघाड़ देखो टाबरा री ओर, थारे से ही नैन गए लड़ सांवरे, बाथ घाल प्यार से जकड सांवरे।
छोड़ थारो दर कठे झाँकू कोणी श्याम, दर दर माटी मैं तो फाँकू कोणी श्याम, दर दर माटी मैं तो फाँकू कोणी श्याम, रोऊँ थारे चरणा में पड़ सांवरे,बाथि घाल प्यार से जकड सांवरे ।
भूल चूक म्हारी बाबा माफ़ करो, मनड़े री मेल म्हारी साफ़ करो, मनड़े री मेल म्हारी साफ़ करो, काटो म्हारे पापां वाली जड़ सांवरे, बाथि घाल प्यार से जकड सांवरे ।
सिर पे दयालु म्हारे हाथ धर द्यो, टाबरा पे मेहर की नज़र कर दो, टाबरा पे मेहर की नज़र कर दो, ‘रोमी’ नाचे चौखट पे चढ़ सांवरे,बाथि घाल प्यार से जकड सांवरे ।
टाबरा री आंगली पकड़ सांवरे, बाथ घाल प्यार से जकड सांवरे ।