श्री राम तुम्हारे चरणों में,
मेरी चारों धाम हैं,
जीवन तेरे नाम है,
राम तुम्हारे नाम से ही,
दिन राते मेरी शाम है,
राम तुम्हारे चरणों में।
दशरथ नंदन राम प्रभु,
माँ कौशल्या के प्यारे हो,
हाथ धनुष है कानन कुण्डल,
मुकुट शिश पे धारे हो,
ये विष्णु ये श्याम है,
मेरी चारों धाम हैं,
राम तुम्हारे नाम से ही,
दिन राते मेरी शाम है,
राम तुम्हारे चरणों मे।
प्रभु राम की महिमा का,
कोई भी पार ना पाया है,
शबरी को तारा तुमने,
पत्थर को नार बनाया है,
चरणों में प्रणाम है,
मेरी चारों धाम हैं,
राम तुम्हारे नाम से ही,
दिन राते मेरी शाम है,
राम तुम्हारे चरणों में।
हे रघुराई श्रीराम हो,
मर्यादा पुरुषोतम तुम,
प्राण जाये पर वचन ना जाए,
श्रीराम सर्वोत्तम तुम,
ऊँची जिसकी शान है,
मेरी चारों धाम हैं,
राम तुम्हारे नाम से ही,
दिन राते मेरी शाम है,
राम तुम्हारे चरणों में।
राम तुम्हारे चरणों में,
जीवन अपना ये बिताऊँ मैं,
विनति करता हूँ मैं हर पल,
राम भजन ही गाऊ मैं,
जग करता गुणगान है,
मेरी चारों धाम हैं,
राम तुम्हारे नाम से ही,
दिन राते मेरी शाम है,
राम तुम्हारे चरणों में।
श्रीराम तुम्हारे चरणों में,
मेरी चारों धाम हैं,
जीवन तेरे नाम है,
राम तुम्हारे नाम से ही,
दिन राते मेरी शाम है,
राम तुम्हारे चरणों में।