तर्ज – ओ राम जी तेरे लखन ने बड़ा दुख दीना
ओ रामजी तेरे भजन ने, बड़ा सुख दीना,
बड़ा सुख दीना।
तेरे भजन ने दो दिन की कहानी, पल दो पल का है जीना, बड़ा सुख दीना, तेरे भजन ने, बड़ा सुख दीना।
काम ना आए कोई अपना, काम ना आए कोई अपना, पूरा नहीं होता कभी सपना, ये जान निकल जाए एक दिन, ये जान निकल जाए एक दिन, फिर जा के आए कभी ना, बड़ा सुख दीना, बड़ा सख दीना।
ज्ञान के पट तू खोल ऐ बन्दे, ज्ञान के पट तू खोल ऐ बन्दे, छोड़ के सब तू गोरख धंधे, जीवन सुखदाई हो जाएगा भाई, जीवन सुखदाई हो जाएगा भाई, सुमिरन जो प्रभु का किना, बड़ा सुख दीना, बड़ा सुख दीना,तेरे भजन ने बड़ा सुख दीना।
ओ रामजी तेरे भजन ने, बड़ा सुख दीना,
बड़ा सुख दीना।