मेरे हंसा परदेसी, जिस दिन तू उड़ जाएगा, तेरा प्यारा ये पिंजरा, यहाँ जलाया जाएगा, मेरे हँसा परदेसी,जिस दिन तू उड़ जाएगा।
जिस पिंजरे को सदा सभी ने, पाला पोसा प्यार से, खूब खिलाया खूब पिलाया, रखा इसे संभाल के, तेरे होते इसको, निचे सुलाया जाएगा, मेरे हँसा परदेसी,जिस दिन तू उड़ जाएगा।
रोए थे तो भाई थोड़े दिन तक, भूल गए थे फिर बात ने, थे ज्यादा से ज्यादा इतना कहना, करवा दे वे याद में, हलवा पूरी खा के, तेरा दिवस मनाया जाएगा, मेरे हँसा परदेसी, जिस दिन तू उड़ जाएग।
तुझे पता है जो कुछ होना, फिर भी क्यों ना सोचता, मूरख वो दिन भी आएगा, पड्या रहेगा सोचता, जनम अमोलक खोकर,
फिर पछताएगा, मेरे हँसा परदेसी, जिस दिन तू उड़ जाएगा।
तेरे बिना तरसती आँखे, रहना चाहती साथ में, तेरे बिना ना खाती खाना, तू ही था हर बात में, तेरे बुझे बिना ही सारा, काम चलाया जाएगा, मेरे हँसा परदेसी, जिस दिन तू उड़ जाएगा।
मेरे हंसा परदेसी, जिस दिन तू उड़ जाएगा, तेरा प्यारा ये पिंजरा, यहाँ जलाया जाएगा, मेरे हँसा परदेसी,जिस दिन तू उड़ जाएगा।