जय जय नारायण नारायण हरि हरि, स्वामी नारायण नारायण हरि हरि, तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि, तेरी महिमा प्रभु है प्यारी प्यारी हरि हरि, श्रीमन नारायण नारायण हरी हरी, स्वामी नारायण नारायण हरि हरि ।।
अलख निरंजन भवभय भंजन, जनमन रंजन दाता, हमें शरण दे अपने चरण में, कर निर्भय जगत्राता, तुने लाखों की नैया तारी तारी हरि हरि, श्रीमन नारायण नारायण हरी हरी, स्वामी नारायण नारायण हरि हरि ।।
प्रभु के नाम का पारस जो छूले, वो हो जाए सोना, दो अक्षर का शब्द हरि है, लेकिन बड़ा सलोना, उसने संकट टाले भारी भारी हरि हरि, श्रीमन नारायण नारायण हरी हरी, स्वामी नारायण नारायण हरि हरि ।।
जय जय नारायण नारायण हरि हरि, स्वामी नारायण नारायण हरि हरि,
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि, तेरी महिमा प्रभु है प्यारी प्यारी हरि हरि, श्रीमन नारायण नारायण हरी हरी, स्वामी नारायण नारायण हरि हरि ।।