उड़ उड़ बायरिया मधरो चाल जै रे, देशांणे जाय जे, कहिजे म्हारी मेहाई ने जाय, जाय रे कयां भूल गया म्हारी माँ ।।
उड़ जा रे सोहन काला कागला रे, काला कागला, कहिजे म्हारी करनादे ने जाय, जाय रे कयां भूल गया म्हारी माँ।।
निजरां आगे राखो काबो बणाय ने, माँ काबो बणाय ने सा, राखो श्री चरणा लिपटाय, कयां भूल गया म्हारी माँ ।।
लिपटाय सा,जन्म जन्म माँ थोरा गुण गावस्या, ए अम्बा गावस्या, दीज्यो अम्बा एकर दरसाव, दरसाव सा, कयां भूल गया म्हारी माँ ।।
उभी तो अडिकु मेहाई कद, आवसी सा माँ कद आवसी, पारस री सुणके अरदास, अरदास सा, कयां भूल गया म्हारी माँ ।।
उड़ उड़ बायरिया मधरो चाल जै रे, देशांणे जाय जे, कहिजे म्हारी मेहाई ने जाय, जाय रे कयां भूल गया म्हारी माँ ।।