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विविध भजन

Aao Ghar ko saja de gulshan sa mere babosa aanewale hai,आओ घर को सजा दे गुलशन सा मेरे बाबोसा आने वाले है

आओ घर को सजा दे गुलशन सा
मेरे बाबोसा आने वाले है

आओ घर को सजा दे गुलशन सा
मेरे बाबोसा आने वाले है
कलिया न बिछाना राहों में हम खुद को बिछाने वाले है,
आओ घर को सजा दे गुलशन सा …..



ये कितने दिनों के बाद है आई ,
आज मिलन की बेला है,
कई दिन गुजारे है यादों में ,
ये दर्द जुदाई का झेला है,
हो हो हो हो हो…



वो दर्श दिखाकर के बाबोसा ,
अपना बनाने वाले है,
कलिया न बिछाना राहों में हम खुद को बिछाने वाले हे.
आओ घर को ….



बाबोसा कही हो ना जाये ,
इस जग में मेरी हंसाई ,
राह निहारे तेरी हम ,
क्यों इतनी देर लगाई
हो हो हो हो हो…


पलको के रास्ते हम दिलबर तुम्हे दिल मे बसाने वाले है
कलिया न बिछाना राहों में हम खुद को बिछाने वाले हे
आओ घर को ….

आओ घर को सजा दे गुलशन सा
मेरे बाबोसा आने वाले है
कलिया न बिछाना राहों में हम खुद को बिछाने वाले है,
आओ घर को सजा दे गुलशन सा …..

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