आज देवल में बाजा बाजे, बाजे मंदिर रे माई, आवो नी म्हारा साचा भोमिया जी, ईती कठ देर लगाई।।
सूरज सामी थारो धाम कहीजे, गांव राणेरी रे माई आवो नी म्हारा साचा भोमिया जी, ईती कठ देर लगाई।।
धुप दिप ले करां आरती, दिवला री जोत जलाई, आवो नी म्हारा साचा भोमिया जी, ईती कठ देर लगाई।।
कुमकुम कैरी गार घलावां, चंदन सुं निंपाई, आवो नी म्हारा साचा भोमिया जी, ईती कठ देर लगाई।
चोटीवाला चढ़े नारियल, चुरमें रो भोग लगाई, आवो नी म्हारा साचा भोमिया जी, ईती कठ देर लगाई।।
राजेश लटियाला थारो भजन बनायो, रवि सोढ़ा महिमा सुनाई, आवो नी म्हारा साचा भोमिया जी, ईती कठ देर लगाई।।
आज देवल में बाजा बाजे, बाजे मंदिर रे माई, आवो नी म्हारा साचा भोमिया जी, ईती कठ देर लगाई।।