जय हो खाटू नरेश की…
जो भी इस दर पे आया, बना वो दीवाना है,
एक दो की बात नहीं, पागल जमाना है….
इक बार नज़ारा देखा,
जिसने भी खाटू धाम का…..
जय हो शीश के दानी की….
रूतबा निराला इसका, रूप भी कमाल है,
ग़जब शिंगार देखो, करता निहाल है,
सरकार कमाल है बा-कमाल है,
जलवा बाबा श्याम का….
जय हो मोर पँख वाले की…
अपने भक्तों के सदा, साथ साथ रहता है,
राज अनमोल हाथ, जोड़ जोड़ कहता है,
दर्श किया ना जिसने उसका,
जीवन है किस काम का….
जो भी इस दर पे आया, बना वो दीवाना है,
एक दो की बात नहीं, पागल जमाना है….
इक बार नज़ारा देखा,
जिसने भी खाटू धाम का…..
जय हो शीश के दानी की….