तर्ज, सर पे टोपी लाल
जय सियाराम जय जय सियाराम, सालासर के वीर हनुमान।
तेरी लीला अजब निराली बजरंगी हनुमान ओए तेरा क्या कहना। जो ले तेरा नाम हो गया उसका बेड़ा पार औये तेरा क्या कहना।
तेरे भरोसे बाबा चलती है मेरी नैया तुम ही खिवैया है। तू ना सुनेगा बाबा कौन सुनेगा मेरी तु ही खिवैया है। दीन दुखी दातारी है तू है सबसे बलवान,औये तेरा क्या कहना।
तेरी लीला अजब निराली बजरंगी हनुमान ओए तेरा क्या कहना। जो ले तेरा नाम हो गया उसका बेड़ा पार औये तेरा क्या कहना।
दिल में बसा ले बाबा दिल से लगा ले बाबा तू ही दातारी है। तुम बिन जीवन मेरा कुछ भी नहीं है बाबा तू ही सुख कारी है। राम भक्त हनुमान राम का करते हैं गुणगान, औये तेरा क्या कहना।
तेरी लीला अजब निराली बजरंगी हनुमान ओए तेरा क्या कहना। जो ले तेरा नाम हो गया उसका बेड़ा पार औये तेरा क्या कहना।
तेरे द्वार पर जो आया खाली ना जाने पाया तू ही दिलदार है। शीश जो हमने झुकाया मांगा जो वही बर पाया, तुम ही सरदार है। ऐसे महावीर से प्रीति लगाकर एक बार देख, औये तेरा क्या कहना।
तेरी लीला अजब निराली बजरंगी हनुमान ओए तेरा क्या कहना। जो ले तेरा नाम हो गया उसका बेड़ा पार औये तेरा क्या कहना।