राम का जो सहारा न होता, कोई जग में हमारा न होता।
नाते झूठे हैं दुनिया के सारे, भाई बन्धु न कोई हमारे, नाम सांचा तुम्हारा न होता,कोई जग में हमारा न होता।राम का जो सहारा न होता, कोई जग में हमारा न होता।
आई जीवन में जब विपदा भारी, टेर तुमको लगाई मुरारी, आके तूने बचाया न होता, कोई जग में हमारा न होता।राम का जो सहारा न होता, कोई जग में हमारा न होता।
मैंने जब जब है तुमको पुकारा, तूने आकर दिया है सहारा, गर सहारा तुम्हारा न होता, कोई जग में हमारा न होता।राम का जो सहारा न होता, कोई जग में हमारा न होता।