हसकर पार्वती शिव जी ने वचन सुनावती जी। स्वामी में नहीं होती तो थाने कोन व्यावती जी।
थाके लांबा लांबा केश थाके के गले विच कालो शेष, थाको अति भयानक वेश, थाने देखया अबला नार अति डरजावती जी।
हसकर पार्वती शिव जी ने वचन सुनावती जी। स्वामी में नहीं होती तो थाने कोन व्यावती जी।
थाको बूढ़ों वाहन बेल थाके भूत प्रेत है गेल, थाके तन पर नहीं कपड़ों, थे तो भांग धतूरा चांबो, थातो मृगछाला बिछाओ थाके साथ बैठयो वो शर्मावती जी।
हसकर पार्वती शिवजी ने वचन सुनावती जी। स्वामी में नहीं होती तो थाने कोन व्यावती जी।
यह सुन बोलियां हे त्रिपुरारी, वन में करीजी तपस्या भारी, नारद समझे है तो समझ आया जब मैं प्यारी करियो बिचारा, अब कई मोटी मोटी बाता बनावती जी।
हसकर पार्वती शिवजी ने वचन सुनावती जी। स्वामी में नहीं होती तो थाने कोन व्यावती जी।
या सुन पड़ी गोरजा चरणा, स्वामी हसी में रोष न करना, दासी लियो जी आपको शरना, प्रभु जी आप तो तारण तरण, थाकी भक्ति में तो सोचती रात भर जी।
हंसकर पार्वती शिव जी ने वचन सुनावती जी। स्वामी में नहीं होती तो थाने कोन व्यावती जी।