अटक अटक झटपट पनघट पर
चटक मटक एक नार नवेली
गोरी गोरी ग्वालन की छोरी चली चोरी चोरी मुख मोरी मोरी मुस्काये अलबेली कंकरी गले में मारी कंकरी कन्हैया ने भोली पनिहारी बोली
पकरी बाह और की अटखेली भरी पिचकारी मारी।
सा रा रा रा रा रा रा रा
अ रा रा रा रा रा रा रा
अरे जा रे हट नटखट
ना छू रे मेरा घूँघट पलट के दूँगी आज तुझे गाली रे मुझे समझो न तुम भोली भली रे।
सारा रा रा रा रा रा रा
आया होली का त्यौहार
उड़े रंग की बौछार तू है नार नखरेदार मतवाली रे आज मीठी लगे है तेरी गाली रे
तक तक ना मार पिचकारी की धार
कोमल बदन सह सके ना ये मार
तू है अनाड़ी बड़ा ही गंवार
कजरे में तूने अबीर दिया डार तेरी से झकझोरी से बाज़ आयी होरी से ना छू रे मेरा घूँघट
चोर तेरी चोरी निराली रे
अरे जा रे हट नटखट
पलट के दूँगी आज तुझे गाली रे मुझे समझो न तुम भोली भली रे
तू है नार नखरेदार मतवाली रे आज मीठी लगे है तेरी गाली रे।
तू है अनाड़ी बड़ा ही गंवार
तक तक ना मार पिचकारी की धार,कोमल बदन सह सके ना ये मार, कजरे में तूने अबीर दिया डार,🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 तेरी से झकझोरी से बाज़ आयी होरी से, पलट के दूँगी आज तुझे गाली रे, मुझे समझो न तुम भोली भाली रे।
चोर तेरी चोरी निराली रे अरे जा रे हट नटखट
ना छू रे मेरा घूँघट धरती है लाल आज अम्बर है लाल उड़ने दे गोरी गालों का गुलाल
मत लाज का आज घूँघट निकाल
झांझ बजे, चंग बजे
दे दिल की धड़कन पे धिनक धिनक ताल संग में मृदंग बजे आज मीठी लगे है तेरी गाली रे ना छू रे मेरा घूँघट अंग में उमंग खुशियाली रे
अरे जा रे हट नटखट
पलट के दूँगी आज तुझे गाली रे मुझे समझो न तुम भोली भली रे