जयोति जलाई जब मैया की हो हो हो छम-छम बाजी पायलिया।
आंखें बंद करूं या खोलूं सामने बैठीं जगदम्बा, गंगा जल से चरण धुलाये आसन पर बैठाया। जब मैया को बिंदिया लगाई मैया बहुत मुस्काईं ,आंखें बंद करूं या खोलूं सामने बैठीं जगदम्बा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺जयोति जलाई जब मैया की हो हो हो छम-छम बाजी पायलिया।
चुन चुन कलियां माला गूंथी फूलों का हार बनाया। जब मैया को चुनरी ओढ़ाई मैया बहुत मुस्काईं, आंखें बंद करूं या खोलूं सामने बैठीं जगदम्बा।जयोति जलाई जब मैया की हो हो हो छम-छम बाजी पायलिया।
ढोलक लाई चिमटा लाई सखियों को बुलवाया, जब मैया को भेंटें सुनाईं मैया बहुत मुस्काईं। आंखें बंद करूं या खोलूं सामने बैठीं जगदम्बा।जयोति जलाई जब मैया की हो हो हो छम-छम बाजी पायलिया।
हलुआ पूड़ी खीर बनाई मां ने रूचि रूचि खाया, जब मैया ने झोली भर दी मैया बहुत मुस्काईं। आंखें बंद करूं या खोलूं सामने बैठी जगदम्बा।जयोति जलाई जब मैया की हो हो हो छम-छम बाजी पायलिया।