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durga bhajan lyrics दुर्गा भजन लिरिक्स

Abke navrate mere angana padharo jagdambe bhawani,अब के नवरात मेरे, अंगना पधारो जगदम्बे भवानी,durga bhajan

अब के नवरात मेरे, अंगना पधारो जगदम्बे भवानी,

अब के नवरात मेरे, अंगना पधारो जगदम्बे भवानी, अंगना पधारो मेरे संकट निवारो, अंगना पधारो मेरे संकट निवारो।🌺🌺🌺🌺🌺🌺 संकट निवारो मेरी बिगड़ी संवारो, जगदम्बे भवानी। अब के नवरात मेरें, अंगना पधारो जगदम्बे भवानी ।।



पहली नवरात्रि मेरे, पाप नाश करना, दूसरी नवरात्री कष्ट, संताप हरना। तीसरी नवरात्री भरम, मन के मिटाना। चौथी नवरात्री मेरी, किस्मत चमकना।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺पांचवी नवरात्री दोष, अवगुण बिसारो, जगदम्बे भवानी, अब के नवरात मेरें, अंगना पधारो जगदम्बे भवानी।

छटी नवरात्री छुटकारा, हो मोह जाल से, सातवीं नवरात्री गाऊं महिमा सुरताल से। अष्टमी को आना, रूप अष्टभुजी धारकर। नवमी को निष्काम, भक्ति का देना वर।🌺🌺🌺🌺🌺 ुम हो तारणहार मैया, मेरी भी तारो, जगदम्बे भवानी, अब के नवरात मेरें, अंगना पधारो जगदम्बे भवानी।।



करती हो मैया सबकी, पूरी मनोकामना, ‘लख्खा’ के दिल में तेरे, दर्शन की भावना।टूटे ना मेरे विश्वास, की ये डोरी, तरस कान मेरे,तरस कान मेरे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 सुनने को लोरी, अपने ‘सरल’ को बेटा, कहके पुकारो, अब के नवरात मेरें जगदम्बे भवानी,

अब के नवरात मेरे, अंगना पधारो जगदम्बे भवानी, अंगना पधारो मेरे संकट निवारो, अंगना पधारो मेरे संकट निवारो।🌺🌺🌺🌺🌺🌺 संकट निवारो मेरी बिगड़ी संवारो, जगदम्बे भवानी। अब के नवरात मेरें, अंगना पधारो जगदम्बे भवानी ।।

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