सुख-दुख रो जोड़ो जग रे माई, साथ सूखीया ना कोई रे जी।साथ सूखीया ना कोई रे जी।
थोड़ा-थोड़ा तो सगला मान,फिरे है जग में दुखिया है भाई रे जी।
कोई दुखी रे संतान से, कोई बिन औलाद ताई रे जी। कोई दूजा रो दुख देखने, रेहवे दुखी मन माही रे जी।
सुख-दुख रो जोड़ो जग रे माई, साथ सूखीया ना कोई रे जी।साथ सूखीया ना कोई रे जी।
कोई दुखी है रुपया देखने, रे बाने नींद आवे नाही रे जी। निर्धनिया दुखी गिने रोकड़ा, रे वाने जिंदगी कईयां चलानी है जी।रे वाने जिंदगी कईयां चलानी है जी।
सुख-दुख रो जोड़ो जग रे माई, साथ सूखीया ना कोई रे जी।साथ सूखीया ना कोई रे जी।
कोई दुखी है तन री पिड ते, गोडा दुखे घणा भाई रे जी।फिर घर में नशों चाले रोज रो रे,दुखी कुटुंब रे संग माई रे जी।दुखी कुटुंब रे संग माई रे जी।
सुख-दुख रो जोड़ो जग रे माई, साथ सूखीया ना कोई रे जी।साथ सूखीया ना कोई रे जी।
सुख री तो बाट लंबी मोकली, कोई ने दिखे या नाही रे जी। दुःख री दवाई सिरफ शांति रे,कोई री मत ना करो बुराई रे जी।कोई री मत ना करो बुराई रे जी।
सुख-दुख रो जोड़ो जग रे माई, साथ सूखीया ना कोई रे जी।साथ सूखीया ना कोई रे जी।