जिस पथ पे चला उस पथ पे मुझे
आँचल तो बिछाने दे
साथी ना समाज कोई बात नहीं
मुझे साथ तो आने दे।
जिस पथ पे चला उस पथ पे मुझे
जिस पथ पे चला उस पथ पे मुझे
आँचल तोह बिछाने दे।
साथी ना समाज कोई बात नहीं
मुझे साथ तो आने दे
जिस पथ पे चला उस पथ पे मुझे।
थक जाएगा जब राहों में
बाहो का सिरहाना दूंगी
बाहो का सिरहाना दूंगी
तेरे सूने सूने जीवन में
मैं प्यार का रंग भर दूंगी
मैं प्यार का रंग भर दूंगी
मुझे तेरे कदम
मुझे तेरे कदम नहीं बिंदिया से काम
माथे पे सजाने दे
साथी ना समाज
कोई बात नहीं
मुझे साथ तो आने दे
जिस पथ पे चला।
जीवन की डगर पे तुझको
साथी की ज़रुरत होगी
साथी की ज़रुरत होगी
दिया कैसे जलेगा अकेले
बाटी की ज़रुरत होगी
बाटी की ज़रुरत होगी
मैं बनूँगी पिया
मैं बनूँगी पिया
तेरे पथ का दिया
दिया पथ में जलने दे
मुझे साथ तो आने दे
मुझे साथ तो आने दे।
जिस पथ पे चला उस पथ पे मुझे
आँचल तो बिछाने दे
साथी ना समाज कोई बात नहीं
मुझे साथ तो आने दे।