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श्याम भजन लिरिक्स

Masti ka chadh gaya rang rangili hoy gayi,मस्ती का चढ़ गया रंग रंगीली होय गई,krishna bhajan

मस्ती का चढ़ गया रंग रंगीली होय गई।

मस्ती का चढ़ गया रंग रंगीली होय गई।रंगीली होय गई।रंगीली होय गई।मस्ती का चढ़ गया रंग रंगीली होय गई।

दीवानी मस्तानी अकेली बिसर गई मैं तो सखी सहेली। जाने कौन सी पीली भंग, रंगीली होय गई।मस्ती का चढ़ गया रंग रंगीली होय गई।

प्रेम रंग में रंगे रंगाए, प्रेम का प्याला श्याम पिलाये। फिर नाचे एक एक अंग,रंगीली होय गई।मस्ती का चढ़ गया रंग रंगीली होय गई।

छलिया ऐसी होली खिलाएं, भर भर लाल गुलाल लगाए। मचे होली का हुड़दंग, रंगीली होय गई।मस्ती का चढ़ गया रंग रंगीली होय गई।

मस्ती का चढ़ गया रंग रंगीली होय गई।रंगीली होय गई।रंगीली होय गई।मस्ती का चढ़ गया रंग रंगीली होय गई।

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