तर्ज, नखरालो देवरियो
खाटू की नगरी में बुलावे बाबो श्याम धणी,
हो श्याम धणी जी म्हारो श्याम धणी, खाटू की नगरी में, बुलावे बाबो श्याम धणी,
फागण आयो रंग रंगीलो, चलो श्याम के द्वारे,
होली खेला श्याम के संग में,
बाजे चंग नगाड़े,
होली खेला श्याम के संग में,
बाजे चंग नगाड़े,
घरका ले चालो जी,
बुलावे बाबो श्याम धणी,
खाटू की नगरी में, बुलावे बाबो श्याम धणी,
रंग रंगीलो छैल छबीलो, सांवरियों है म्हारो,
लीले की (बाबा का वाहन) की असवारी,
बाबो लागे प्यारो प्यारो,
यो तो सेठ निराळो जी,
बुलावे बाबो श्याम धणी,
खाटू की नगरी में, बुलावे बाबो श्याम धणी,
सेठां को यो सेठ साँवरो,
साँची है दातारी,
हाथों हाथ दिखावे परचा,
जाने दुनियाँ सारी,
यो तो देव निराळों जी,
बुलावे बाबो श्याम धणी,
खाटू की नगरी में, बुलावे बाबो श्याम धणी,
खाटू वाले श्याम धणी की,
महिमा सब से न्यारी,
” रामू ” भजन बणावे,
लक्खा भरे हाजिरी थारी,
मन होयो मतवालों जी,
बुलावे बाबो श्याम धणी,
खाटू की नगरी में, बुलावे बाबो श्याम धणी,
खाटू की नगरी में बुलावे बाबो श्याम धणी,
हो श्याम धणी जी म्हारो श्याम धणी,
खाटू की नगरी में, बुलावे बाबो श्याम धणी,