परदे में बैठे बैठे यू न मुस्कुराइये,
आगए तेरे दिवाने, जरा परदा हटाइये,
पर्दा तेरा हमे नही, मंजूर सांवरे,
बैठा है छुप के दिवानो से, क्यों दूर सांवरे,
मैं भी तो आया दो कदम, ज़रा तुम भी बढ़ाइए।
परदे में बैठे बैठे यू न मुस्कुराइये,
आगए तेरे दिवाने, जरा परदा हटाइये,
हम चाहने वाले हैं तेरे, हमे है तुमसे मोहब्बत,
कर दो करम ज़रा दिखा दो, अब सांवरी सूरत,
प्यासी निगाहे दीद की, जरा नजरे मिलाइये,
परदे में बैठे बैठे यू न मुस्कुराइये,
आगए तेरे दिवाने, जरा परदा हटाइये,
परदे में बैठे बैठे यू न मुस्कुराइये,
आगए तेरे दिवाने, जरा परदा हटाइये।
तेरी इक झलक को प्यारे, मेरा अब दिल बेकरार है,
दीदार की तमन्ना मुझे अब, तेरा इंतजार है,
रह रह के हमे इस तरह, यूँ न सताइये।
परदे में बैठे बैठे यू न मुस्कुराइये,
आगए तेरे दिवाने, जरा परदा हटाइये।
तू ही जिंदगी है बंदगी, तू ही आरजू हमारी,
अरमान मेरे दिल का करो, पूरा बांके बिहारी
चित्र – विचत्र को अपने प्रेम का, पागल बनाइए।