तर्ज,में हूं छोरी मालण की
भोला कहन लगा भोली ते ठीक नहीं तेरी ज़िद रानी।किस किस का दुःख दूर करूं या दुनियां दुःखी फिर रानी।भोला कहन लगा भोली ते।
कोई मन का कोई तन का दुखिया कोई दुखिया धन माया का। करने का दंड भोग रहे से रंज किसे ने काया का।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺भूखे ने अन्न चाहिए गोरा प्यासे ने चहिए पाणी।भोला कहन लगा भोली ते ठीक नहीं तेरी ज़िद रानी।
भोला कहन लगा भोली ते ठीक नहीं तेरी ज़िद रानी।किस किस का दुःख दूर करूं या दुनियां दुःखी फिर रानी।भोला कहन लगा भोली ते।
मृत लोक में आके रानी फंस गया घने झमेले में।राम नाम ने भूल गया और जुड़या पाप के खेले में।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कोई सोने की लंका मांगे किसी ने चाहिए तूं स्यानी।भोला कहन लगा भोली ते ठीक नहीं तेरी ज़िद रानी।
भोला कहन लगा भोली ते ठीक नहीं तेरी ज़िद रानी।किस किस का दुःख दूर करूं या दुनियां दुःखी फिर रानी।भोला कहन लगा भोली ते।
तूं कह्वे वरदान देन की कर देवे मजबूर मने। तूं भोली कद भोली रहगी में समझाऊं खूब तने। पहचानु दुनियां के छल ने जद बोले छल की वाणी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺भोला कहन लगा भोली ते ठीक नहीं तेरी ज़िद रानी।
भोला कहन लगा भोली ते ठीक नहीं तेरी ज़िद रानी।किस किस का दुःख दूर करूं या दुनियां दुःखी फिर रानी।भोला कहन लगा भोली ते।
भगत ने देख यानी सी उमर में ओम नमः शिव जाप करे।शिव भगति में लाग रहे से काम क्रोध नी कद करे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कौशिक मगन रहव भगति में हरदम शिव महिमा गानी।भोला कहन लगा भोली ते ठीक नहीं तेरी ज़िद रानी।
भोला कहन लगा भोली ते ठीक नहीं तेरी ज़िद रानी।किस किस का दुःख दूर करूं या दुनियां दुःखी फिर रानी।भोला कहन लगा भोली ते।