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Kalyug pal pal badhta jaye re Vishnu lo kalki avtar,कलयुग पल पल बढ़ता जाए रे विष्णु लो कल्कि अवतार,

कलयुग पल पल बढ़ता जाए रे विष्णु लो कल्कि अवतार

तर्ज,तेरा पल पल बिता जाय

कलयुग पल पल बढ़ता जाए रे विष्णु लो कल्कि अवता।कलयुग पल पल बढ़ता जाए हरि जी लो कल्कि अवतार।

जय जय नारायण हरि, विष्णु नारायण हरि। कलकी नारायण हरि, देवा नारायण हरि। भजमन नारायण हरि, श्री नारायण हरि

मत्स्य अवतार प्रलय से बचाए, कूर्म बने गिरी पीठ धराए। बराह बने धरती को लाए। नरसिंह बन प्रहलाद बचाए। तुम जग के पालनहार विष्णु लो कल्कि अवतार।

कलयुग पल पल बढ़ता जाए रे विष्णु लो कल्कि अवतार।कलयुग पल पल बढ़ता जाए हरि जी लो कल्कि अवतार।

जय जय नारायण हरि, विष्णु नारायण हरि। कलकी नारायण हरि, देवा नारायण हरि। भजमन नारायण हरि, श्री नारायण हरि।

वामन बन बली पार लगाया, परशुराम बन पाप मिटाया राम बने रावण को मारे, कृष्ण बने और कंस संघारे। अब सुन लो करुण पुकार विष्णु लो कल्कि अवतार।

कलयुग पल पल बढ़ता जाए रे विष्णु लो कल्कि अवतार।कलयुग पल पल बढ़ता जाए हरि जी लो कल्कि अवतार।

जय जय नारायण हरि, विष्णु नारायण हरि। कलकी नारायण हरि, देवा नारायण हरि। भजमन नारायण हरि, श्री नारायण हरि।

बुद्ध अहिंसा पाठ पढ़ाएं, सत्य की राह दुनिया को दिखाएं। मोहिनी बन शिव प्राण बचाए, देवों को अमृत पिलवाए। अब कर दो भव से पार हे विष्णु लो कल्कि अवतार।

कलयुग पल पल बढ़ता जाए रे विष्णु लो कल्कि अवतार।कलयुग पल पल बढ़ता जाए हरि जी लो कल्कि अवतार।

जय जय नारायण हरि, विष्णु नारायण हरि। कलकी नारायण हरि, देवा नारायण हरि। भजमन नारायण हरि, श्री नारायण हरि।

अब कल की बनकर आएंगे, भार धरा का हर जाएंगे भक्ति आराधन करते जाएं, चंदन का तुम्हे तिलक लगाएं। कृपा विशेष अपा,हे विष्णु लो कल्कि अवतार।

कलयुग पल पल बढ़ता जाए रे विष्णु लो कल्कि अवतार।कलयुग पल पल बढ़ता जाए हरि जी लो कल्कि अवतार।

जय जय नारायण हरि, विष्णु नारायण हरि। कलकी नारायण हरि, देवा नारायण हरि। भजमन नारायण हरि, श्री नारायण हरि।

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