तर्ज,आने से उसके आए बहार
रो रो कर तुमसे करूं पुकार, जल्दी से आओ पवन कुमार। तुमको ही लानी है, बूटी संजीवनी।
हाय लखन मेरे भैया प्राण तेरे में कैसे बचाऊँ। जल्दी से आओ पवनसुत अपने राम जी को धीर बंधाओ। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺बजरंगी बलकारी, जान बचानी है मेरे भाई की।तुमको ही लानी है, बूटी संजीवनी।
रो रो कर तुमसे करूं पुकार, जल्दी से आओ पवन कुमार। तुमको ही लानी है, बूटी संजीवनी।
छन छना के जाना, देर तुम कहीं ना लगाना। सूरज निकलने से पहले मेरे भैया के प्राण बचाना।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺बजरंगी बलकारी, जान बचानी है मेरे भाई की।तुमको ही लानी है, बूटी संजीवनी।
रो रो कर तुमसे करूं पुकार, जल्दी से आओ पवन कुमार। तुमको ही लानी है, बूटी संजीवनी।
मुझको तो वैध बताएं, बूटी द्रोणागिरी में बिखेरी। इतनी है पहचान तुझको,बूटी कोन सी है तुझको लेनी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺बजरंगी बलकारी, रात की रानी है बूटी संजीवनी।तुमको ही लानी है, बूटी संजीवनी।
रो रो कर तुमसे करूं पुकार, जल्दी से आओ पवन कुमार। तुमको ही लानी है, बूटी संजीवनी।
कैसे अवध को जाऊं मैं तेरी मैया कोशल्या। कैसे बताऊं बजरंगी छोड़ आया मैं लक्ष्मण सा भैया। बजरंगी बलकारी, घोट के पिलानी है,बूटी संजीवनी।तुमको ही लानी है, बूटी संजीवनी।
रो रो कर तुमसे करूं पुकार, जल्दी से आओ पवन कुमार। तुमको ही लानी है, बूटी संजीवनी।