तर्ज- जब तक साँसे चलेगी।
जब तक सांसे चलेगी,
तुझको चाहूंगा श्याम, जीते मरते ओ मेरे श्याम, लूंगा तेरा नाम ।।
लागी है तुझसे यू ऐसी लगन। खाटू आने को करता है मन। चरणो से तेरे मैं लिपटा रहूं, अश्को को से चरणो को धोता रहूँ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺 दुनिया ने जो मुझसे छीना, वो तूने दिया है श्याम। जीते मरते ओ मेरे श्याम, लूंगा तेरा नाम।
जब तक सांसे चलेगी,
तुझको चाहूंगा श्याम, जीते मरते ओ मेरे श्याम, लूंगा तेरा नाम ।।
अपनो ने मुझको ठुकराया है। सब ने भी मुझको तड़पाया है। किसको कहू और में किसी सुनु, श्याम तूने ही तो मुझको अपनाया है।🌺🌺🌺 हारे का तू सहारा, कहता है जग ये सारा। जीते मरते ओ मेरे श्याम, लूंगा तेरा नाम।
जब तक सांसे चलेगी,
तुझको चाहूंगा श्याम, जीते मरते ओ मेरे श्याम, लूंगा तेरा नाम ।।
जब भी नैया भंवर में फसी, उसको आके बचाते है श्याम। किरपा नजर की तुम सब पे करो। दामन को खुशियों से सब की भरो। दास गाता महिमा, चरणो से लगाओ श्याम। जीते मरते ओ मेरे श्याम, लूंगा तेरा नाम।
जब तक सांसे चलेगी, तुझको चाहूंगा श्याम, जीते मरते ओ मेरे श्याम, लूंगा तेरा नाम ।।