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श्याम भजन लिरिक्स

Jag ujiyara hai ye dino ka sahara hai ye,ज़ग उजियारा है ये, दिनोँ का सहारा है ये,कोई पाया ना इसका पार,shyam bhajan

ज़ग उजियारा है ये, दिनोँ का सहारा है ये,
कोई पाया ना इसका पार,

तर्ज, यहां वहां जहां कहां है संतोषी मां

ज़ग उजियारा है ये, दिनोँ का सहारा है ये,
कोई पाया ना इसका पार, अपना साँवलिया सरकार,


हारे का सहारा है ये, देव निराला है ये,
अहलवती का लाल,
अपना साँवलिया सरकार, अपना साँवलिया सरकार,

खाटू में दरबार लगा के, करता है इंसाफ़,
पापी से भी पापी को भी, कर देता है माफ़,
द्वार खुला दरबार खुला है, बैठा है सरकार,
इनके दर पर जाओं लेकिन, कर लो मन को साफ़,ओ भक्तों कर लो मन साफ़,
दुष्टो का संहार करे, दीनों का उद्धार करे,
भक्तों से करता प्यार,
अपना साँवलिया सरकार, अपना साँवलिया सरकार,

ज़ग उजियारा है ये, दिनोँ का सहारा है ये,
कोई पाया ना इसका पार, अपना साँवलिया सरकार,

हारे का सहारा है ये, देव निराला है ये,
अहलवती का लाल,
अपना साँवलिया सरकार, अपना साँवलिया सरकार,


निर्धन को धन निर्बल को बल, देता है दातार,
भाग्य बदलते देर ना लगती, सच्चा है दरबार,
लगन लगा के देख श्याम से, कर देगा उद्धार,
नैयाँ हो मझधार भले ही, करता भव से पार,
दिल से जो लेता नाम, रुक नहीं पाता श्याम,
आए लीले असवार,

अपना साँवलिया सरकार, अपना साँवलिया सरकार,

चन्दा सी शीतलता इनमे, सौ सूर्यों सा तेज,
मायापति है ऐसा बाबा, ये जाने सब भेद,
श्याम की लीला श्याम ही जानें, कहते चारो वेद,
एक तीर से सब पत्तों में, करता ये ही सेंध,
दिल से पुकार देख, करता कमाल देख,
दौड़ा आएगा सरकार,
अपना साँवलिया सरकार, अपना साँवलिया सरकार,

ज़ग उजियारा है ये, दिनोँ का सहारा है ये,
कोई पाया ना इसका पार, अपना साँवलिया सरकार,

तीन बाण तरकश में सोहें, मोरछड़ी है हाथ,
झाड़ा ऐसा मोरछड़ी का, बनती बिगड़ी बात,
हारे का साथी है बाबा, है दीनो का नाथ,
निर्मल जीवन बाग डोर है, साँवरिया के हाथ,
यारों का है यार श्याम, बड़ा दिल दार श्याम,
सेठ बड़ा दातार,

ज़ग उजियारा है ये, दिनोँ का सहारा है ये,
कोई पाया ना इसका पार, अपना साँवलिया सरकार,

हारे का सहारा है ये, देव निराला है ये,
अहलवती का लाल,
अपना साँवलिया सरकार, अपना साँवलिया सरकार,

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