तर्ज,आए हो मेरी जिंदगी में तुम बाहर
ग्यारस की रात आयी
तुम श्याम को मना लो …2
देता है सबको बाबा
देता है सबको बाबा
देता है सबको बाबा
चाहे तो आज़मा लो …2
ग्यारस की रात पावन
और श्याम के मन भावन …2
प्यारे भजन सुनाओ
गुण श्याम के तुम गाओ,
आएगा कान्हा लिए
छान प्रेम से बुला लो…2
देता है सबको बाबा
देता है सबको बाबा
चाहे तो आज़मा लो
ग्यारस की रात आयी
तुम श्याम को माना लो …2
ग्यारस की रात आयी
तुम श्याम को मना लो …2
देता है सबको बाबा
देता है सबको बाबा
देता है सबको बाबा
चाहे तो आज़मा लो …2
दर्द ऐ जुदाई का गम
तुम श्याम को सुनना ..2
चरणों में बैठ करके
तुम शीश को झुकना
सुन लेगा श्याम दिल की
तुम भाव से सुना लो …2
देता है सबको बाबा
देता है सबको बाबा
चाहे तो आज़मा लो
ग्यारस की रात आयी
तुम श्याम को मना लो …2
ग्यारस की रात आयी
तुम श्याम को मना लो …2
देता है सबको बाबा
देता है सबको बाबा
देता है सबको बाबा
चाहे तो आज़मा लो …2
कलियुग में श्याम दानी
है हारे का सहारा …2
जग में न कोई अपना
बस श्याम ही हमारा
हो जायेगा तुम्हारा
अपना इसे बना लो ..2
देता है सबको बाबा
देता है सबको बाबा
चाहे तो आज़मा लो
ग्यारस की रात आयी
तुम श्याम को मना लो …2
ग्यारस की रात आयी
तुम श्याम को मना लो …2
ग्यारस की रात आयी
तुम श्याम को मना लो …2
देता है सबको बाबा
देता है सबको बाबा
देता है सबको बाबा
चाहे तो आज़मा लो …2