Categories
shadi geet

Thara reshmi dupatta Kun dhoya ji banna,थारा रेशमी दुपट्टा किन धोया जी बन्ना,shadi geet

थारा रेशमी दुपट्टा किन धोया जी बन्ना,

थारा रेशमी दुपट्टा किन धोया जी बन्ना,
थे तो कोन्या जी रे महल सुखाया जी बन्ना।


म्हारा रेशमी दुपट्टा धोबी धोया ए बन्नी,
म्हे तो धोबनती रै महल सुखाया ए बन्नी,


थे तो धोबन जी रा, आना जाना छोड़ो जी बन्ना,
म्हे तो परै नै परदेस चली जाऊँ जी बन्ना।


थे तो परै नै परदेस चली जाओ ए बन्नी,
म्हे तो कोरा-कोरा कागजिया लिख भेजां जी बन्नी।


थे तो कोरा-कोरा कागजिया लिख भेजो जी बन्ना।
म्हे तो जल की मछलीयाँ बन जावां ए बन्ना,


थे तो ताला मार कूंची क्यों नहीं ल्याया जी बन्ना।
थे तो घर रखवाली किन छोड्या जी बन्ना।


म्हे तो ताला मार कूंची कोनी ल्याया ए बन्नी,
म्हे तो घर रखवाली दादी छोड़ी ए बन्नी,


म्हे तो घर रखवाली ताई छोड़ी ए बन्नी।
थारी दादी जी रा क्या रे भरोसा जी बन्ना।
वो तो खावै ए लुटावै फौरी लावै जी बन्ना।
(अम्मा, चाची, बुआ, बाई, भाभी, मौसी)

Leave a comment