हमें बाग़ ने बगीची दोयर।
बावड़ी सांवरिया रे मारा ,
राज चम्पेली रो फूल या।
हमें बांसुरी झूला ये झूले।
हे द्वारका रे राधा रानी रे ,
जावा बांसुरी री लारी या।
अरे मुखडो देख्या ये तापण ।
मोड़ती सांवरिया मारा रे ,
सुरता देख्या अन्न भावता।
हमें खायज्यो थे खायज्यो पारक।
खोपरा ये राधा राणी रे ,
पीज्यो भेसडिया रो धुधीया।
हमें संगड़ा में ले चलो रे ।
मने मोहन प्यारा रे ,
हरक हरक जिव जाविया।
अरे खारा तो लागे ये कारक।
खोपरा ये सबदा मारा रे ,
कड़वो भेसड़िया रो दूधया।
अरे थारे तो पगलिया री पायल।
ये बाजनी ये राधा रे राणी रे ,
मारग में देवे कोई जोरिया ।
हे पायल पेट्या में ढूंढे।
मेल दू सांवरिया मारा रे ,
चाल गोविंदा थारे लार या।
हमें संगड़ा में ले चलो रे ।
मने मोहन प्यारा रे ,
हरक हरक जिव जाविया।
हे थारे रे नैणा रो सुरमो।
सोवनो ये राधा राणी रे,
संता रो पुरो है स्वभावया।
में पेटोडी दुःख पाउ सुरमो।
उछलू सांवरिया मारा रे ,
चाल गोविंदा थारे लार या।
हमें थू तो रे बण जाये नारद।
नांदिया वो नारद प्यारा रे ,
में तो बनुला मण धरिया।
हे राम रे सरवरिये गठड़ी।
मांड सा ये नारद प्यारा रे ,
वटे तो आसी राधा नारिया।
हमें कायर जिवडो मोवियो रे।
मने मोहन प्यारा रे ,
भंवर भलो मन धारिया।
हमें बाग़ ने बगीची दोयर।
बावड़ी सांवरिया रे मारा ,
राज चम्पेली रो फूल या।