सीता परणीजे,श्री रामजी चंवरयां में डोले रे,सीता परणीजे।२
एक तो संदेशों म्हारे, रणत भवन में दिज्यो जी।रणत भवन रा गणपति जी,आया रहिजो जी।सीता परणीजे।
एक तो संदेशो म्हारे, कैलाशा में दिज्यो जी। कैलाशा रा शिव पार्वती,आया रहीजो जी।सीता परणीजे।
एक तो संदेशो म्हारे, बैकुंठा में, दिज्यो जी।बैकुंठा रा विष्णु लक्ष्मी,आया रहीजो जी।सीता परणीजे।
एक तो संदेशो म्हारे,गौ लोक में दिज्यो जी।गौ लोक स्यूं राधा किशन,आया रहीजो जी।सीता परणीजे।
एक तो संदेशो म्हारे,पहाड़ा में, दिज्यो जी।पहाड़ा स्यूं माताजी थे,आया रहीजो जी।सीता परणीजे।
एक तो संदेशो म्हारे, रुणिचे में दिज्यो जी। रुणिचे रा रामदेवजी,आया रहीजो जी।सीता परणीजे।
एक तो संदेशो म्हारे,खाटू नगरी दिज्यो जी।खाटू वाला श्यामजी थे,आया रहीजो जी।सीता परणीजे।
एक तो संदेशो म्हारे,सालासर में दिज्यो जी।सालासर रा हनुमान जी,आया रहीजो जी।सीता परणीजे।
एक तो संदेशो म्हारे, भगतां बीच दिजयो जी।भगतां थे सब जनकपुरी में,आया रहीजो जी।सीता परणीजे।