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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Mohe kanha ne mari najariya re,मोरे कान्हा ने मारी नजरिया रे,krishna bhajan

मोरे कान्हा ने मारी नजरिया रे।

मोरे कान्हा ने मारी नजरिया रे।



लाज की मारी इत उत ड़ोलूँ,घर जाने की भूली डगरिया रे ॥ मोरे कान्हा ने मारी नजरिया रे।



मेह बग़ीचा प्रेम सरोवर,मन पंछी के लागे बँसुरिया रे ॥ मोरे कान्हा ने मारी नजरिया रे।



तिरछी बिलोकनी मन्द हँसी,
मोरे जियरा में मारे कटरिया रे ॥ मोरे कान्हा ने मारी नजरिया रे।



मन मृग उरझ गयो अलकन में,
मोहे तन की न रही खबरिया रे ॥ मोरे कान्हा ने मारी नजरिया रे।



तिरछी है के फँसी मोरे मन में,
कान्हा की बाँकी सुरतिया रे ॥ मोरे कान्हा ने मारी नजरिया रे।



जो सुन लेगी सास हमारी,
घुसन न देगी दुवरिया रे ॥ मोरे कान्हा ने मारी नजरिया रे।



जो सुन लेगो बलम हमारो,
चढ़ने न देगो अटरिया रे ॥ मोरे कान्हा ने मारी नजरिया रे।

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