मोहे मधुबन श्याम बुलाय गयो री, मोहे मधुबन।
मैं बैठी थी घूँघट पट काढ़े,
नैनन से नैन मिलाय गयो री, मोहे मधुबन।मोहे मधुबन श्याम बुलाय गयो री, मोहे मधुबन।
मैं सोई थी अपने महल में,
सोती को आन जगाय गयो री, मोहे मधुबन।मोहे मधुबन श्याम बुलाय गयो री, मोहे मधुबन।
छीके ऊपर बड़ी बड़ी मटकी,
आय के माखन चुराय गयो री, मोहे मधुबन।मोहे मधुबन श्याम बुलाय गयो री, मोहे मधुबन।
वृन्दावन की कुंज गलिन में,
आय के रास रचाय गयो री, मोहे मधुबन।मोहे मधुबन श्याम बुलाय गयो री, मोहे मधुबन।
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मोहे मधुबन श्याम बुलाय गयो री, मोहे मधुबन।