तर्ज,और रंग दे रे भाया और रंग दे
श्याम भज ले रे घनश्याम भज ले।म्हारा श्याम धनी रो,म्हारा सांवरिया रो,मोटो ये दरबार रे,श्याम घनश्याम भज ले।
मिसरी सो मीठो लागे,स्वाद चख ले।संकट में यो काम घणों आवे रे, श्याम घनश्याम भज ले।🌺म्हारा श्याम धनी रो,म्हारा सांवरिया रो,मोटो ये दरबार रे,श्याम घनश्याम भज ले।
एक बार नहीं बारंबार जपले। पूरो जन्म सफल हो जावे रे श्याम घनश्याम जपले। म्हारा बाबा जी ने प्यारो घणो लागे रे, श्याम घनश्याम जपले।
काल कूंन देख्यो है रे आज जपले।पूरो जन्म सफल हो जावे रे श्याम घनश्याम जपले। म्हारा बाबा जी ने प्यारो घणो लागे रे, श्याम घनश्याम जपले।