श्री जी ने बुलाया है,🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
श्री जी ने बुलाया है हमको तो जाना है।
हम पागल दीवानों का बरसाना ठिकाना है।
श्री जी ने बुलाया है हमको तो जाना है।
मेरी श्यामा बुलाए जिसे, वो लोग निराले हैं हम। क्यों ना इतराए हम बरसाने वाले है।
बरसाने की गलियों में, मैंने जीवन बिताना है। हम पागल दीवानों का बरसाना ठिकाना है।
श्री जी ने बुलाया है हमको तो जाना है।
दुनिया में ना जन्नत में, जो नजारा अटारी का।
तीनों लोकों में फैले ध्वजा, ऊंचे बरसाने वाली का।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
है नजारा अटारी का, कुछ बरसाने वाली का।बरसाने की रज में मुझे, बस यूं मिल जाना है।
हम पागल दीवानों का बरसाना ठिकाना है।
श्री जी ने बुलाया है हमको तो जाना है।
चिंता सताए ना डर,श्यामा के चहेतों को। लाडो करती है जिसकी फिकर, लगती ना उसको नजर।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
गोपाली की चौखट पर, जीना मर जाना है। हम पागल दीवानों का, बरसाना ठिकाना है।
श्रीजी ने बुलाया है हमको तो जाना है हम पागल दीवानों का बरसाना ठिकाना है।