ना ज्यादा ना कम, मन्ने इक बार चाहिए,🌺🌺
मन्ने तो खाटू वाळे श्याम का, दीदार चाहिए,
मन्ने तो खाटू वाळे श्याम का, दीदार चाहिए,
दुनियाँ दारी बड़ा झमेला मेरे समझ ना आवे,🌺
जब से देख्या खाटू स, मन्ने श्याम नजर ही आवे,
श्याम धणी के इत्तर की, महकार चाहिए,
मन्ने तो खाटू वाळे श्याम का, दीदार चाहिए,
मन्ने तो खाटू वाळे श्याम का, दीदार चाहिए,
हर ग्यारस में बाबा की खाटू नगरी जाऊँ,🌺🌺
झूम झूम के श्याम धणी के भजनाँ में खो जाऊँ,
बस लीले घोड़े वाले का मन्ने, प्यार चाहिए,
मन्ने तो खाटू वाळे श्याम का, दीदार चाहिए,
मन्ने तो खाटू वाळे श्याम का, दीदार चाहिए,
श्री श्याम बहादुर रेवाड़ी, हरियाणा के थे भाई,
खाटू वाले श्याम की सबसे पहले अलख जगाई,
मोरछड़ी की मन्ने बस फटकार चाहिए,🌺🌺
मन्ने तो खाटू वाळे श्याम का, दीदार चाहिए,
मन्ने तो खाटू वाळे श्याम का, दीदार चाहिए,
ना ज्यादा ना कम, मन्ने इक बार चाहिए,
मन्ने तो खाटू वाळे श्याम का, दीदार चाहिए,