भोले मेरी नैया को, भव पार लगा देना।अब आपके हाथ में है, उस पार लगा देना।
तुम शंख बजा कर के, दुनिया को जगाते हो।
डमरू की धुन से तुम, सदमार्ग दिखाते हो।
मैं मूरख संग मेरे, अवगुण बिसरा देना।
भोले मेरी नैया को भव पार लगा देना।अब आपके हाथ में है, उस पार लगा देना।
हर ओर अँधेरा है, तूफानों ने घेरा है।
कोई राह नहीं दिखती, बस तुझपे भरोसा है।
एक आस लगी तुमसे, मेरी लाज बचा देना।
भोले मेरी नैया को भव पार लगा देना।अब आपके हाथ में है, उस पार लगा देना।
हे जगदम्बा के स्वामी, देवादि देव नमामि।
सबके मन की तुम जानो, शिव शंकर अंतर्यामी।
दुःख आप मेरे मन का, महादेव मिटा देना।
भोले मेरी नैया को, भव पार लगा देना।अब आपके हाथ में है, उस पार लगा देना।
महादेव जटा में तुमने, गंगा को छुपाया है।
माथे पे चन्द्र सजाया, विषधर लिपटाया है।
मुझे नाथ गले अपने, हे स्वामी लगा लेना।
भोले मेरी नैया को, भव पार लगा देना।अब आपके हाथ में है, उस पार लगा देना।
Categories
Bhole meri Naiya ko bhaw par laga dena,भोले मेरी नैया को, भव पार लगा देना,shiv bhajan
भोले मेरी नैया को, भव पार लगा देना