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गुमान काहे करती गोरे बदन का। भजन क्यों ना करती राधारमण का।

गुमान काहे करती गोरे बदन का। भजन क्यों ना करती राधारमण का।

राम लखन वन गए,दो भैया।२। हां दो भैया। उन्हें भी दुख पड़ गया सीता हरण का।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺गुमान काहे करती गोरे बदन का। भजन क्यों ना करती राधारमण का।

चांद सूरज जैसे दोऊ नक्षत्रा।२। है दोऊ नक्षत्रा। दोऊ नक्षत्रा।उन्हें भी दुःख पड़ गया,चांद ग्रहण का।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺गुमान काहे करती गोरे बदन का। भजन क्यों ना करती राधारमण का।

रावण कुंभकरण जैसे बड़े-बड़े योद्धा। हां बड़े बड़े योद्धा, बड़े-बड़े योद्धा। उन्हें भी दुख पड़ गया लंका दाहन का।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺गुमान काहे करती गोरे बदन का। भजन क्यों ना करती राधारमण का।

कृष्ण बलदाऊ जैसा प्यारा प्यारा जोड़ा। वह प्यारा प्यारा जोड़ा, वह प्यारा प्यारा जोड़ा। उन्हें भी दुख पड़ गया लो बिछड़न का।🌺🌺🌺🌺गुमान काहे करती गोरे बदन का। भजन क्यों ना करती राधारमण का।

गुमान काहे करती गोरे बदन का। भजन क्यों ना करती राधारमण का।

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