कहीं दिल ना दिमाग में लगाऊंगी। नौ दिन नवरात्रि झुमके मनाऊंगी।
मैंने छोड़ा है सारा जमाना। लोग कहते हैं मुझको दीवाना।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 मैं तो मैया के रंग में रंग जाऊंगी।नौ दिन नवरात्रि झुमके मनाऊंगी।
कहीं दिल ना दिमाग में लगाऊंगी। नौ दिन नवरात्रि झुमके मनाऊंगी।
कौन जाने कहां किसकी मंजिल। कौन किसका है कहना है मुश्किल।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺अपना दुखड़ा में इनको सुनाऊंगी। मन का दुख सुख में सारा भूल जाऊंगी।नौ दिन नवरात्रि झुमके मनाऊंगी।
कहीं दिल ना दिमाग में लगाऊंगी। नौ दिन नवरात्रि झुमके मनाऊंगी।
अब हुआ मेरा मन थोड़ा हल्का।क्या बना दूं में छोटा सा फल्का।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 अपने हाथों से मैया को खिलाऊंगी। चने हलवे का भोग लगाऊंगी।नौ दिन नवरात्रि झुमके मनाऊंगी।
कहीं दिल ना दिमाग में लगाऊंगी। नौ दिन नवरात्रि झुमके मनाऊंगी।
मैंने मंदिर सजाया बड़े प्यार से। मां का कीर्तन भी किया बड़े प्यार से। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺सारे भक्तों को प्यार से बुलाऊंगी। मां का जयकारा जोर से लगाऊंगी।नौ दिन नवरात्रि झुमके मनाऊंगी।
कहीं दिल ना दिमाग में लगाऊंगी। नौ दिन नवरात्रि झुमके मनाऊंगी।