तर्ज,मनिहारी का भेष बनाया
आया नवरातों का त्योहार है,हुई घर घर में जय जयकार है।
मां को टीका लगाया, मां को बिंदिया लगाई। और सिंदूर लगाया लाल लाल है।🌺🌺🌺हुई घर घर में जय जयकार है।🌺🌺🌺🌺आया नवरातों का त्योहार है,हुई घर घर में जय जयकार है।
मां को कंगन पहनाया, मां को चूड़ियां पहनाई। हाथों मेहंदी लगाई लाल लाल है।हुई घर घर में जय जयकार है।🌺🌺🌺🌺आया नवरातों का त्योहार है,हुई घर घर में जय जयकार है।
मां को पायल पहनाई, मां को बिछवे पहनाये। और महावर लगाया लाल लाल है।हुई घर घर में जय जयकार है।🌺🌺🌺आया नवरातों का त्योहार है,हुई घर घर में जय जयकार है।
मां को लहंगा पहनाया, मां को साड़ी पहनाई। फिर चुनरी उड़ाई लाल लाल है।हुई घर घर में जय जयकार है।🌺🌺🌺🌺🌺आया नवरातों का त्योहार है,हुई घर घर में जय जयकार है।