तर्ज,होली खेल रहे नंदलाल
कान्हा घुमन को मत जाय, चरा ला मेरी गैया।चरा ला मेरी गैया।चरा ला मेरी गैया।कान्हा घुमन को मत जाय, चरा ला मेरी गैया।
में कैसे चराऊं तेरी गईया।मोहे भूख लगे मेरी मैया।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कान्हा माखन लेजा साथ,चरा ला मेरी गैया।कान्हा घुमन को मत जाय, चरा ला मेरी गैया।
में कैसे चराऊं तेरी गईया।मोहे प्यास लगे मेरी मैया।२। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺अरे जमुना की बह रही धार,चरा ला मेरी गैया।कान्हा घुमन को मत जाय, चरा ला मेरी गैया।
में कैसे चराऊं तेरी गईया।मोहे गर्मी लगे मेरी मैया।२🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺अरे बैठो पेड़ कदम की छांव,चरा ला मेरी गैया।कान्हा घुमन को मत जाय, चरा ला मेरी गैया।
में कैसे चराऊं तेरी गईया।वहां छाई काली बदरिया।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 रे कान्हा छतरी ले जा साथ,चरा ला मेरी गैया।कान्हा घुमन को मत जाय, चरा ला मेरी गैया।
में कैसे चराऊं तेरी गईया।मोहे ठंड लगे मेरी मैया।२। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺अरे लेजा काली कमरिया साथ,चरा ला मेरी गैया।कान्हा घुमन को मत जाय, चरा ला मेरी गैया।
में कैसे चराऊं तेरी गईया।मेरो मन ना लगे मेरी मैया।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 रे कान्हा राधा ले जा साथ,चरा ला मेरी गैया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कान्हा घुमन को मत जाय, चरा ला मेरी गैया।कान्हा बंसी ले जा साथ,चरा ला मेरी गैया।
कान्हा घुमन को मत जाय, चरा ला मेरी गैया।चरा ला मेरी गैया।चरा ला मेरी गैया।कान्हा घुमन को मत जाय, चरा ला मेरी गैया।